मन की कुछ अनकही बात !!
कभी-कभी लगता है कि ज़िंदगी में मैं बस failure बनकर रह गई हूँ। जितना strong दिखने की कोशिश करती हूँ, अंदर से उतनी ही जल्दी टूट जाती हूँ। लोग कहते हैं “लड़की को मज़बूत होना चाहिए” तुम मजबूत हो ऐसे हर ladki को होना चाहिए — पर कोई ये नहीं समझता कि मज़बूत दिखने और सच में मज़बूत रहने में कितना फर्क होता है।
अपनों के लिए हम चाहे जितना कर लें, हमेशा कम ही पड़ जाता है। माता-पिता की उम्मीदें, समाज की इज़्ज़त, ज़िम्मेदारियों का बोझ — इन सबके बीच बेटी के अपने सपनों की कोई कीमत नहीं रह जाती।
बचपन से सुनते आए हैं — “पढ़ाई करो, आगे बढ़ो, अपने सपने पूरे करो”। पर जैसे ही जिम्मेदारियों का नाम आता है, वही सपने कहीं पीछे छूट जाते हैं। खासकर लड़कियों के लिए —
उनका career उतना important नहीं माना जाता,
उनकी education सिर्फ शादी तक की qualification बन जाती है,क्योंकि तुम्हें सब कुछ ही कुछ कुछ kyu नहीं आता हो तुम हर क्षेत्र में माहिर हो या खुद को हर प्रस्थिति में ढ़लने आता हो!
तुम्हारे पास कितना ज्ञान है , अपने अंदर कितना कुछ संजोये है, कोई उसे नहीं देखता या देखना चाहता है ,पर सभी को degree चाहिए हर चीज़ में!
ये वही लोग होते हैं जो बोलते हैं a पीस of paper can't decide your future 🤣. पर जब शादी की बात आती हैं ,क्यूँ यहीं चीजें ज्यादा देखी और मांगी जाती हैं?
और उनके सपने? उन्हें “समाज की मर्यादा” के नीचे दबा दिया जाता है। पर वही समाज जब खुद पर बात आती हैं दोगलापन दिखाते हैं , क्यूं नहीं सपनों को बढ़ाने के लिए हिम्मत देते हैं ? समाज को भूल कर उनके मर्यादा को त्याग अपने समान्य समझ योग्यताओं को परीक्षण कर बहु को बेटी जैसे अपना लेते हैं?
कभी-कभी लगता है, क्या हमारी ज़िंदगी हमारे अपने control में भी है? या हम बस दूसरों की expectations पूरा करने के लिए जी रहे हैं?
सच कहूँ तो, मैं कई बार चाहती हूँ कि सब छोड़कर कहीं दूर चली जाऊँ — जहाँ कोई मुझे ना जानता हो, ना पहचानता हो। पर फिर मन कहता है, शायद भागना solution नहीं है। शायद मुझे अपने शब्दों से ही लड़ना होगा।
मैं नहीं जानती कि मेरी ज़िंदगी कहाँ जाएगी, पर इतना ज़रूर जानती हूँ कि मेरी ये आवाज़ किसी और लड़की तक ज़रूर पहुँचेगी। ताकि उसे भी लगे — वो अकेली नहीं है।!
बहुत कुछ लिखना चाहती हूं पर सही समय नहीं हैं ये या मैं नहीं चाहती अभी पर पक्का फिर कभी इसके आगे जिंदगी जो रास्ते दिखाएगी वो जरूर बताऊंगी!!
तब तक के लिए धन्यावाद!!
अपना नजरिया आप बेशक साझा कर सकते हैं इसके बारे में क्या सोचते हैं जो भी आपके विचार हैं मुझे acha लगेगा!!
SAKSHI🌻
Comments
Post a Comment